बदल गए जावेद अख्तर के सुर, हिंदुओं को बताया सबसे सहिष्णु बहुसंख्यक
मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख लिखा है। इस लेख में उनके सुर पहले से बदले नजर आए। उन्होंने अपने लेख में हिंदुओं को दुनिया का सबसे सभ्य और सहिष्णु बहुसंख्यक बताया। उन्होंने लिखा कि भारत कभी अफगानिस्तान नहीं बन सकता क्योंकि भारतीय चरमपंथी नहीं हैं। इससे पहले जावेद अख्तर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना तालिबान से की थी। इसके बाद उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था।