चेन्नई के आईएएस ने मियावाकी पद्धति से विकसित किया ‘मिनी फॉरेस्ट’
चेन्नई के कोट्टूरपुरम में ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) आईएएस डॉ. एल्बी जॉन वर्गीज ने अपनी टीम की मदद से, मियावाकी पद्धति का इस्तेमाल कर एक ‘मिनी फॉरेस्ट’ विकसित कर दिया है। यह जमीन अड्यार नदी के दक्षिणी किनारे पर है, जो पिछले 15 वर्षों से इमारतों के मलबे और कचरे के कारण, काफी बदहाल स्थिति में पड़ी हुई थी। मियावाकी पद्धति जंगल विकसित करने की एक जापानी तकनीक है, जिससे जंगलों को काफी कम समय में विकसित किया जा सकता है।