घास के फाइबर से होगी खाने की पैकिंग, प्लास्टिक से मिलेगा छुटकारा
‘सिनप्रोपैक’ नामक एक नई परियोजना के तहत खाने की पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक की जगह अब घास के रेशे का इस्तेमाल किया जायेगा। यह 100 फीसदी बायोडिग्रेडेबल है। दुनिया भर में हर साल करीब 50,000 करोड़ प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग किया जाता है, वहीं हर मिनट 10 लाख से अधिक थैलियों का उपयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य पैकेजिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले डिस्पोजेबल प्लास्टिक का एक स्थायी विकल्प तैयार करना है।