घर के गन्दे पानी को शौचालय में इस्तेमाल कर रहे बद्मा श्री सुब्बरामण
तमिलनाडु के 71 वर्षीय मराची सुब्बरामण को स्वच्छता में पद्म श्री पुरस्कार मिला है। सुब्बरामण अपने एनजीओ के जरिये अब तक 1.2 लाख शौचालय का निर्माण करवा चुके हैं। एक फोटो में जापानी वॉशबेसिन टॉयलेट देखकर उन्हें ये आईडिया आया, जिसके बाद से उन्होंने हाथ धोने के बाद बचे, गंदे पानी को शौचालय में फ्लश के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इस तकनीक से वो पानी की बर्बादी होने से बचा रहे हैं।