जानिये क्यों होती हैं पहाड़ी राज्यों में बादल फटने की घटनाएं
हाल के दिनों में बादल फटने की घटनाये ज़्यादा देखी जा रही है, जिससे जान-माल की हानि, बाढ़ की स्थिति जैसी और अन्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जम्मू के किश्तवाड़, हिमाचल का लाहौल स्पीति, उत्तराखण्ड का उत्तरकाशी में बादल फटने घटना हुई। बादल फटने का कारण पहाड़ी इलाकों में नमी वाली हवाओं के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलना है। जब नमी वाली हवाये पर्वतों के सहारे ऊपर उठती है तो इन में सेचुरेशन ओर कडनशेसन (संघनन) शुरू हो जाता है। अगर इन इलाकों में हल्की हल्की बारिश नहीं होती है तो संघनन बढ़ जाता है और कम समय में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश हो जाती है। मौसम विभाग के अनुसार बादल फटने की घटना एक घंटे में 10 से.मी से अधिक वर्षा होना है। ग्लोबल वार्मिंग इसका एक महत्वपूर्ण कारण है। भविष्य में ऐसी घटनाएं और होगी। इससे बचने के लिए उचित कदम उठाने होंगे, रडार का जाल बिछाने के साथ प्रकृति का विदोहन कम करना होगा।