निर्धारित समय से एक दिन पहले ही खत्म हुआ संसद का शीतकालीन सत्र
संसद का शीतकालीन सत्र दिसंबर 22 को निर्धारित समय से एक दिन पूर्व ही समाप्त हो गया। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर 29 से शुरू हुआ था और इसे दिसंबर 23 तक चलना था, लेकिन दिसंबर 22 को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई जिसे शीतकालीन सत्र एक दिन पहले ही समाप्त हो गया। संसद के पूरे शीतकालीन सत्र में सांसदों के निलंबन, किसान आंदोलन और लखीमपुर हिंसा कांड का मुद्दा छाया रहा।