पृथ्वी की ऊष्मा पकड़ने की दर हो जाएगी दोगुनी: शोध
नासा और अमेरिका की नेशनल ओसियानिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन के एक शोध में दावा हुआ है कि पृथ्वी की ऊष्मा पकड़ने की दर साल 2005 की तुलना में दोगुनी हो जाएगी। इसके कारण ज्यादा तेजी से महासागर, हवा और जमीन गर्म हो रही है। ऊर्जा की बढ़त हिरोशिमा पर गिराए परमाणु बम के चार डिटोनेशन प्रति सेंकेंड के समान है। साल 2005 में अध्ययन के शुरुआती समय में हमारा ग्रह 239.5 वाट प्रति वर्ग मीटर से उर्जा दे रहा था।