
फोटो: Bibliotheca Alexandrina
तुर्कमेनिस्तान के काराकुम रेगिस्तान में 50 सालों से जल रहा है 'नर्क का दरवाजा'
तुर्कमेनिस्तान में पिछले 50 सालों से एक गड्ढा लगातार जल रहा है। जिसे आज नर्क का दरवाजा कहते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए रूस द्वारा प्राकृतिक गैस निकालने के चक्कर में यहां विस्फोट हो गया जिससे यह 229 फ़ीट चौड़ा और 65 फीट गहरा गड्ढा बन गया। बता दें, इस गड्ढे से मीथेन गैस लगातार निकल रही है जो आग को जलाए रखती है।