विश्व में 52% वेस्ट वाटर का नहीं हो पाता ट्रीटमेंट, अध्ययन में हुआ खुलासा
यूट्रेक्ट विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के द्वारा किये अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में लगभग 48 फीसदी वेस्ट वाटर का ट्रीटमेंट किया जाता है, जो 80 फीसदी के अनुमानित आंकड़ों की तुलना में बहुत कम है। अध्ययनकर्ता एडवर्ड जोन्स ने कहा कि "हर साल लगभग 35,900 करोड़ क्यूबिक मीटर अपशिष्ट जल का उत्पादन विश्व स्तर पर होता है, जो 14.4 करोड़ ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के बराबर है।" केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की 2015 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में रोज लगभग 61,754 एमएलडी सीवेज उत्पन्न होता है।