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मुख्तार अंसारी को अन्य मामले में पांच साल की हुई कैद
माफिया और पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने एक अन्य मामले में पांच वर्ष की सजा सुनाई है। ये सजा गैंगस्टर एक्ट के 23 साल पुराने एक मामले दी गई है। इसके साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी देना होगा। बता दें कि इस मामले में उन्हें पहले बरी किया जा चुका था, जिस आदेश को बदल दिया गया है।
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पूर्व विधायक विजय मिश्रा को बरी करने के इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
चर्चित सिपाही सूर्यमणि मिश्रा हत्याकांड में आरोपी ज्ञानपुर के पूर्व विधायक विजय मिश्रा को दोषमुक्त करने के हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट चार सप्ताह में मामले की सुनवाई करेगी। बता दें कि घटना वर्ष 2003 में हुई थी,जिसमें सबूतों के अभाव में कोर्ट ने आरोपियों को बरी किया था।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहबाद हाईकोर्ट में नियुक्त सरकारी वकीलों को हटाया
उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट और लखनऊ बेंच से सरकारी वकीलों को हटाने का आदेश जारी किया है। सरकार ने 841 सरकारी वकीलों की सेवाएं खत्म कर दी है। इलाहबाद से 505 और लखनऊ बेंच से 336 सरकारी वकीलों को हटाया गया है। अबतक ये जानकारी नहीं मिली है कि इन वकीलों पर ये कार्रवाई क्यों की गई है। इस संबंध में आदेश विधि एवं न्याय विभाग के विशेष सचिव निकुंज मित्तल को ओर से जारी हुए है।
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इलाहबाद हाईकोर्ट का फैसला, कहा संक्रमित व्यक्ति की अस्पताल में मौत को कोविड से मौत माना जाए
इलाहबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर कोविड 19 संक्रमित व्यक्ति की अस्पताल में भर्ती होने के दौरान हृदय गति रुकने या अन्य कारणों से मृत्यु होती है तो उसे कोविड 19 से हुई मौत माना जाएगा। सरकार को मृतक के आश्रितों को मुआवजे का भुगतान भी करना होगा। हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एआर मसूदी और न्यायमूर्ति विक्रम डी चौहान की खंडपीठ ने निर्देश दिया कि मृतकों के आश्रितों को महीने भर में मुआवजा पहुंचाया जाए।
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समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल को हाईकोर्ट से मिली फौरी राहत
इलाहबाद हाईकोर्ट ने चुनाव के दौरान आपराधिक मुकदमे की जानकारी छुपाने के आरोप में समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल को राहत दी है। हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के आदेश को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने शिकायतकर्ता के आरोप को परखने के भी आदेश दिए है। बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद आरोपों की जांच दिल्ली के उप चुनाव आयुक्त करेंगे। अगर शिकायत सही पाई गई तो पल्लवी पटेल को सुनवाई का मौका मिलेगा।
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मस्जिदों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल मौलिक अधिकार नहीं : इलाहाबाद हाईकोर्ट
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मई 6 को मस्जिद में लाउडस्पीकर लगाने वाली याचिका को खारिज करते हुए कहा, यह "मौलिक अधिकार नहीं है।" उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने कहा, अज़ान देना "इस्लाम का अभिन्न अंग है, लेकिन लाउडस्पीकर के माध्यम से देना इस्लाम का हिस्सा नहीं है।" बदायूं निवासी इरफान द्वारा याचिका दायर की गई थी, और नूरी मस्जिद में लाउडस्पीकर का उपयोग करके अज़ान बजाने की अनुमति मांगी गई थी।
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ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में हाईकोर्ट ने खारिज की अंजुमन इंतजामिया कमिटी की याचिका
यूपी के इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में अंजुमन इंतजामिया कमिटी की याचिका को खारिज कर दिया है। दरअसल याचिका में कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति को बर्खास्त करने की मांग की गयी है। कमिश्नर का काम है कि मस्जिद से ऐतिहासिक सबूत इकट्ठे करना ,जिससे ये साफ हो जाए कि ये मंदिर है या मस्जिद। बता दें, सवाल उठ रहे है कि ज्ञानवापी मस्जिद के नीचे एक ज्योतिर्लिंग है जो औरंगजेब के आक्रमण के वक्त छुप गया था।
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कृष्ण जन्मभूमि के आसपास मांस बिक्री नहीं होगी, हाईकोर्ट ने याचिका की रद्द
इलाहबाद हाईकोर्ट ने कृष्ण जन्मभूमि के 10 किलोमीटर के दायरे में मांस और शराब की बिक्री पर रोक हटाने की शाहिदा द्वारा दायर की गई याचिका खारिज कर दी है। इस याचिका में कहा गया था कि मांस और शराब की बिक्री पर रोक हटनी चाहिए। याचिकाकर्ता का कहना है कि लोगों को पसंदीदा भोजन करने का अधिकार है। जस्टिस प्रीतिकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव की खंडपीठ ने आदेश दिया कि सभी धर्मों का बराबर सम्मान होना चाहिए।
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