Flying Dragon

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चिली के वैज्ञानिकों ने खोजे 16 करोड़ साल पुराने डायनासोर के अवशेष

चिली के वैज्ञानिकों ने अटाकामा रेगिस्तान से एक फ्लाइंग ड्रैगन के जीवाश्म की खोज की है। डायनासोर जुरासिक युग का एक प्राणी है। इससे पहले यह फ्लाइंग ड्रैगन की प्रजाति नॉर्थ और साउथ अमेरिका के बीच पाई गई थी। 16 करोड़ साल पहले पृथ्वी पर घूमने वाले ड्रैगन की लंबी नुकीली पूंछ, पंख और उभरे हुए नुकीले दांत होते थे। दक्षिणी गोलार्ध में डायनासोर का जीवाशम खोजे जाने का यह पहला मामला सामने आया है। 

मंगल, 14 सितंबर 2021 - 01:20 PM / by अजहर फारूक

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Dinosaur

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उज़्बेकिस्तान में मिले 9 करोड़ साल पुराने डायनासोर के अवशेष

हम बचपन से ही डायनासोर के अस्तित्व के बारे में सुनते आए हैं। डायनासोर को लेकर उज़्बेकिस्तान के वैज्ञानिकों ने उनकी एक नई प्रजाति Carcharodontosaurian का खुलासा किया है। इसका नाम Ulughbegsaurus Uzbekistanensis रखा है। इस प्रजाति के अवशेष उज़्बेकिस्तान के रेगिस्तान में मिले हैं। दावा किया जा रहा है कि यह करीब 9 करोड़ साल पहले धरती पर रहते थे। साथ ही यह डायनासोर यूरोप से ईस्ट एशिया तक फैले हुए थे।

शुक्र, 10 सितंबर 2021 - 01:00 PM / by अजहर फारूक

Tags: dinosaurs, fossil, Uzbekistan, Thar Desert

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पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में मिले 10 करोड़ साल पुराने डायनासोर के अवशेष

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के शोधकर्ताओं को मेघालय में 10 करोड़ साल पुराने विशालकाय डायनासोर के जीवाश्म मिले हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक यह टाइटैनोसॉरीयाई मूल के सॉरोपॉड के अवशेष हैं। मेघालय पांचवां ऐसा राज्य बना है जहां ऐसी हड्डियां मिली है। इससे पहले सॉरोपॉड की हड्डियां गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पाई जा चुकी है। बता दें, 2001 में भी मेघालय में डायनासोर के अवशेष मिले थे पर हालत खराब होने चलते पहचान नहीं हो पाई थी।

गुरु, 06 मई 2021 - 12:48 PM / by मोहित भारद्वाज

Tags: Dinosaur fossils, Titanosaur dinosaur, dinosaurs, Meghalaya, Wildlife

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शोध: ज्वालामुखी नहीं था डायनासोर के विनाश का कारण

पृथ्वी का तीन चौथाई जीवन और डायनासोर 6.6 करोड़ साल पहले धरती से एक क्षुद्रग्रह के टकराने के बाद खत्म हो गया था। वैज्ञानिकों ने नए  शोध में महाविनाश के कुछ अहम प्रमाण हासिल किए हैं, जिसमे ज्वालामुखी कार्बन उत्सर्जन महाविनाश का कारण नहीं था क्योकि उस समय पर्याप्त मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं हुआ था। इस दौरान ज्वालामुखी से जो लावा निकला उस लावे में कार्बन डाइऑक्साइड नहीं निकला था। इस घटना पर अलग-अलग वैज्ञानिको के तर्क एक दूसरे… read-more

गुरु, 01 अप्रैल 2021 - 08:01 PM / by अंजलि कुशवाहा

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