Drought

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UN ने जारी किया सूखाग्रस्त देशों की सूची, पाकिस्तान का नाम भी शामिल

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट  में बताया गया है कि पाकिस्तान दुनिया के उन 23 देशों में से एक है जो पिछले दो वर्ष से अधिक समय से सूखे का सामना कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक भारत और पाकिस्तान के आकार के जितने अतिरिक्त 40 लाख वर्ग किलोमीटर प्राकृतिक क्षेत्रों को सूखे से निपटने के उपायों की आवश्यकता होगी। पाकिस्तान के सिंध के जैकबाबाद में तापमान 51 डिग्री से० तक पहुंच गया। 

सोम, 16 मई 2022 - 07:01 PM / by Pranjal Pandey

Tags: UN, Sindh, Pak, drought

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Drought in central Aisa since 1950

फोटो: OpenDesktop

उत्तरी मध्य एशिया में जल संसाधनों की कमी के पीछे स्वयं लोग हैं कसूरवार

उत्तरी मध्य एशिया में सूखे की प्रवृत्ति को लेकर जियोफिजिकल रिसर्च-लेटर्स नामक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक इन क्षेत्रों में जल संसाधनों की कमी का संकट 1950 के दशक के बाद से सूखे की प्रवृत्ति के कारण हुआ है। इसके लिए बांधों के निर्माण, जलमार्गों को मोड़ने और पानी की बर्बादी को इस कमी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं ग्रीनहाउस गैसों और एरोसोल के मानवजनित उत्सर्जन का भी जल संसाधनों पर असर पड़ रहा है। 

शुक्र, 16 अप्रैल 2021 - 07:21 PM / by Shruti

Tags: drought, water resources, Climate Change, greenhouse gas

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Atmospheric drying will lead to lower crop yield

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वातावरण में बढ़ती शुष्कता से पेड़-पौधों की लम्बाई पर असर, सामान्य से हो रहे कम

कनाडा के मिनेसोटा और वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन में बताया है कि दुनियाभर में जिस तरह से वातावरण में शुष्कता बढ़ रही है उसकी वजह से पैदावार, कृषि उपज और पेड़-पौधों की लम्बाई पर असर पड़ा है, जो सामान्य से कम होती जा रही है। वैसे हाल के कुछ वर्षों शुष्कता में दर्ज़ की गयी वृद्धि और जलवायु परिवर्तन को देखते हुए वैज्ञानिकों ने आने वाले दशकों में इसके और बढ़ने की सम्भावना जताई है, जिसमें 2000 के बाद से ही वातावरण में शुष्कता के बढ़ने के… read-more

बुध, 10 मार्च 2021 - 07:45 PM / by Shruti

Tags: Climate Change, global warming, Food security, drought

Courtesy: Downtoearth News

Climate Impact

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नेचर क्लाइमेट चेंज अध्ययन के अनुसार तापमान में वृद्धि कि वजह से कम होगा आर्थिक विकास

कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने तापमान में होने वाले बदलावों से प्रभावित अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों में फसल की पैदावार, मानव स्वास्थ्य और बिक्री पर प्रभाव पड़ा है। वहीं नेचर क्लाइमेट चेंज में प्रकाशित अध्ययन में दुनिया भर में 1,500 से अधिक क्षेत्रों से संबंधित क्षेत्रीय आर्थिक आंकड़ों के साथ 1979 और 2018 के बीच दिन के तापमान में उतार-चढ़ाव की तुलना की है, जिसमें 1°C के अतिरिक्त बदलाव आने से क्षेत्रीय विकास दर में औसतन 5% की कमी आती… read-more

मंगल, 16 फ़रवरी 2021 - 08:45 PM / by Shruti

Tags: Research Report, Climate Change, global warming, drought

Courtesy: Downtoearth News