Ocean

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जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र से कम हो रही ऑक्सीजन

जर्नल जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित हुई एक स्टडी के मुताबिक समुद्र में डीऑक्सीजेनेशन हो रहा है, जिससे वर्ष 2080 तक 70% ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाएगी। समुद्र की ऑक्सीजन खत्म होने पर इसे वापस लाना असंभव होगा। समुद्र में फैले प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण समु्द्र गर्म हो रहे है और पानी का ऑक्सीजन कम हो रहा है। स्टडी में सामने आया कि अधिकतर कमी उस जगह हो रही है जहां सबसे अधिक मछलियां पाई जाती है।

गुरु, 03 फ़रवरी 2022 - 01:15 PM / by रितिका

Tags: ocean pollution, Oceans, Climate Change, oxygen

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Water Pollution

फोटो: Live law

स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021 के मुताबिक नदियों में जाकर मिल रहा 74% सीवेज

स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक 74% सीवेज सीधे नदियों में जाकर मिल रहे हैं। वहीं देश में उत्पन्न 78% सीवेज बिना उपचारित किए ही नदियों में प्रवाहित किए जा रहे हैं। देश के केवल पांच राज्य ही 50% से अधिक सीवेज उपचारित करते हैं। ये पांच राज्य गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ हैं। भारत में उत्पन्न सीवेज का कुल 28% ही उपचारित हो पाता है।

शनि, 05 जून 2021 - 12:30 PM / by अभिनव शुक्ला

Tags: Sewage Water, sewage systems, Water pollution, ocean pollution

Courtesy: Down To Earth

Microplastic Pollution

फोटो: Science News For Students

हर साल 39 से 52 हज़ार माइक्रोप्लास्टिक के कणों को निगल रहे हैं मनुष्य: अध्ययन

रॉयल मेलबोर्न इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी लैब-आधारित अध्ययन के अनुसार 47% कछुए और चिड़ियों के मल में व 12.5% मछलियों में प्लास्टिक के सूक्ष्म और दूषित केमिल के कण पाए गए हैं। एक दूसरे अध्ययन के मुताबिक हर साल 39 से 52 हज़ार माइक्रोप्लास्टिक के कणों को मनुष्य द्वारा भी निगला जा रहा है। जिससे दुनियाभर के पारिस्थितिक तंत्र प्रभावित हो रहा है। असल में माइक्रोप्लास्टिक 0.2 इंच से छोटे प्लास्टिक के कण है, जो समुद्र में सूरज, हवा या अन्य कारणों से… read-more

बुध, 31 मार्च 2021 - 07:44 PM / by Shruti

Tags: Microplastic, Pollution, ocean pollution, Plastic Pollution

Courtesy: Downtoearth News

Plastic Pollution

फोटो: Globetrender

समुद्री कछुए महासागरों में प्रवेश करके प्लास्टिक के कचरे को बना रहे भोजन - शोध

बोलोग्ना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने इटली के रिकसिओन में फोंडाजिओन सेतासिया के अस्पताल में भर्ती 45 कछुओं के मल का विश्लेषण किया है। विश्लेषण के आधार पर उन्होंने कछुओं के मल में प्लास्टिक का कचरा पाया है। इस अध्ययन के मुताबिक प्लास्टिक का कचरा कछुओं की आंतों के माइक्रोबायोटा में होने वाले बदलावों के लिए जिम्मेदार हैं। इससे जहरीले रसायन भी अवशोषित हो सकते है जो उपकला (एपिथेलियल) के नुकसान का कारण बन सकता है। 

सोम, 01 मार्च 2021 - 05:41 PM / by Shruti

Tags: ocean pollution, Plastic Pollution, Turtle, Report

Courtesy: Down To Earth News