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आईटी कंपनी छोड़ आवारा जानवरों की मदद के लिए भारत आया अमेरिकी कपल
अमेरिका में आईटी कंपनी चला रहा एक कपल अपना काम छोड़कर आवारा जानवरों की मदद करने के लिए भारत आया है। यह कपल आवारा घूमने वाले जानवरों के लिए रेस्क्यू सेंटर, क्लीनिक और एनजीओ चला रहा है। इसमें कुल 50 लोग काम करते हैं। एनजीओ के सीईओ रॉबिन सिंह ने एनजीओ की स्थापना दिसंबर 2014 में की थी। जिसमें एनजीओ के जरिए एनिमल्स की देखभाल के साथ-साथ लोगों को जानवरों को अडॉप्ट करने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।
Tags: People for Animal Welfare Services, NGO, Street Dogs, Organic Farming
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‘नरेंद्र 09’ नामक गेहूं को भारत सरकार ने दी मान्यता, गेहूं की फसल की नई खोज: उत्तराखंड
नैनीताल जिले के रहने वाले प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा ने गेहूं का बीज विकसित किया है। विकसित गेहूं की प्रजाति नरेंद्र 09 को भारत सरकार ने मान्यता प्रदान कर दी है। नरेंद्र 09 को 2017 में पेटेंट किया गया था। नरेंद्र 09 की खासियत यह है कि इसके बीज से ज्यादा प्रोडक्शन लिया जा सकता है, जहां गेहूं की सामान्य बाली में 50 से 60 तक दाने होते हैं वहीं नरेंद्र 09 में 90 से 95 तक बीज पाए गये हैं।
Tags: Patent, Organic Farming, Farmers, Uttrakhand, Nainital
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अमेरिका की नौकरी छोड़कर शुरू किया कारोबार, सालाना कमा रही है 90 लाख रूपये
राजस्थान, अजमेर की रहने वाली अंकिता कुमावत ने करीब 5 साल तक जर्मनी तथा अमेरिका में नौकरी करने के बाद भारत आकर डेयरी, ऑर्गेनिक फार्मिंग और फूड प्रोसेसिंग के बिजनेस में पिता का हाथ बटांना शुरू किया। आज अंकिता इस बिजनेस से सालाना 90 लाख रु कमा रही है। साल 2014 में अंकिता ने अजमेर आकर नई टेक्नोलॉजी सोलर सिस्टम डेवलप, ड्रिप इरिगेशन टेक्निक का इस्तेमाल करके अपने बिजनेस के दायरे को बढ़ाना शुरू किया।
Tags: ankita kumavat, Organic Farming, Women Empowerment
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बिहार की नेहा ने किसानों के साथ मिलकर 'इको विलेज मॉडल' किया तैयार
बिहार के चंपारण की रहने वाली नेहा ने लद्दाख में किसानों के साथ मिलकर ऑर्गेनिक फार्मिंग और इको विलेज मॉडल पर काम शुरु किया। इसके बाद उनके साथ 650 किसान जुड़ चुके हैं और कंपनी का रेवेन्यू लगभग तीन करोड़ रुपये है। नेहा ने बताया कि मैं फूड को लेकर रिसर्च कर रही थी और पता लगा कि बच्चों को सही फूड नहीं मिल रहा। उन्होंने किसानों को संसाधन मुहैया कराया ताकि ऑर्गेनिक फार्मिंग हो सके।
Tags: Startups, Organic Farming, food, Village
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छत पर 150 तरह के फल-सब्जियां उगाकर प्रतिमाह 20,000रु कमाती हैं सुलफत
केरल के एर्नाकुलम जिले की रहने वाली 46 वर्षीया सुलफत मोइद्दीन अपने घर की छत पर जैविक तरीकों से लगभग 150 तरह के फल-सब्जियां उगा रही हैं। इससे उन्हें जिससे प्रतिमाह 20 हजार रुपए तक की कमाई हो जाती है। इन्हें साल 2020 में केरल के ‘सर्वश्रेष्ठ टेरेस किसान’ श्रेणी में पुरस्कार भी मिला है। इन्होंने लोगों की मदद के लिए और जानकारी साझा करने के लिए अपना यूट्यूब चैनल (… read-more
Tags: Organic Farming, Kerala, farming, vegetables
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घर की छत पर पड़े प्लास्टिक के डिब्बों में उगाये फल और सब्जियां
दिल्ली में रहने वाली आइरिन गुप्ता ने अपनी माँ के लिए घर की छत पर ही एक बगीचा बना दिया है। इस बगीचे में आइरिन तरह-तरह के फूलों के साथ-साथ सब्जियां भी उगाती हैं। प्लास्टिक क्रेट, थर्माकोल के डिब्बों और बेकार बाल्टियों में उन्होंने 40 से अधिक प्रकार की सब्जियां और फल उगाये हैं। आइरिन ने बताया कि उन्होंने पहले सिर्फ 10 तरह के पौधों से शुरुआत की फिर बाद में उन्होंने अलग-अलग तरह की सब्जियां और फलों को लगाना सीखा।
Tags: Organic Farming, terrace farming, Motivation
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मुंबई की एक ‘सोसाइटी’ बिल्डिंग के लोग गीले-कचरे से तैयार कर रहे हैं जैविक-खाद
मुंबई की ‘Emgee Greens society’ लोगो के बीच ‘जीरो गार्बेज सोसाइटी’ के नाम से प्रचलित है। पिछले दो सालों से इस बिल्डिंग के लोग हर दिन निकले लगभग 60 किलो गीले कचरे को ‘एरोबिक खाद विधि’ से खाद में बदलकर छत पर टैरेस फार्मिंग कर रहे हैं। इसके लिए सोसाइटी वाले पुरानी अलमारियां और सिंक तक को रीसायकल कर उसे जैविक पौधों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं और महीने में करीब 90 किलो सब्जियां उगा रहें है।
Tags: Mumbai society, Organic Farming, terrace farming, zero waste
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60 वर्षीय सुरेंद्र पाल सिंह देसी कपास से तैयार कर रहे हैं जैविक कपड़े
पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले 60 वर्षीय किसान सुरेंद्र पाल सिंह कपास की देसी तरीकों से खेती करने के साथ ही इसकी प्रोसेसिंग कर जैविक सूती कपड़े बना कर लाखों में कमाई कर रहे हैं। सुरेंद्र अपनी चार एकड़ जमीन पर जैविक कपास की खेती कर एक क्विंटल कपास में 100 मीटर से ज्यादा कपड़े तैयार कर इसकी बिक्री से 19 हजार रुपए तक कमा रहे हैं। सुरेंद्र कहते है की कपास की बुवाई मई के महीने में हो जाती है, जिसमें ज्यादातर किसान हाइब्रिड किस्म की ‘बीटी कपास’… read-more
Tags: Organic Farming, Agriculture, Cotton farming, Organic cloths, Punjab
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भारत से गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ दुगना
भारत में अप्रैल-जनवरी 2020-21 में गैर-बासमती चावल में जोरदार तेजी दिखी। इस तरह के चावल का निर्यात इस दौरान 26,058 करोड़ रुपये (3.51 अरब $) के बराबर रहा। वर्ष 2019-20 में इसी दौरान यह निर्यात 11,543 करोड़ रुपये (1.63) अरब $ का था। एपीडा के चेयरमैन एम अंगमुतू ने बताया कि चावल के निर्यात को सुचारू रूप से करने के लिए माल की स्वच्छता तथा शुद्धता को सुनिश्चित करने के अनेक उपाय किए गए हैं। जैविक खेती के बढ़ने से चावल निर्यात में काफी मदद मिली है।
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