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तीन भाईयों ने मिलकर शुरू किया मोती पालन, गांव के लोगों को दे रहे हैं रोजगार
वाराणसी के नारायणपुर गांव में रहने वाले तीन भाइयों ने अपनी नौकरी छोड़कर मोती पालन शुरू किया है। इसके ज़रिए वो अपने गांव के 180 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे हैं। श्वेतांक पाठक ने डेढ़ लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ 2018 में ‘उदेस पर्ल फार्म्स’ शुरू किया था, जिसके साथ धीरे-धीरे श्वेतांक के भाई रोहित आनंद पाठक, मोहित आनंद पाठक और उनके चाचा जलज जीवन पाठक भी अपनी नौकरी छोड़कर जुड़ गए।
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उत्तरप्रदेश के जितेंद्र चौधरी "रिसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम" से घर में ऊगा रहें हैं मोती
गाजियाबाद के मुरादनगर के रहने वाले जितेंद्र चौधरी 2009 से अपने घर में ही व्यावसायिक स्तर पर ‘रिसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम’ (RAS) के जरिये 20 हजार रुपये के निवेश के साथ मोती पालन कर रहें हैं। जीतेन्द्र ने इसे अच्छी तरह समझने के लिए ऑनलाइन शोध के साथ ओडिशा के ‘सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर’ (CIFA) से कोर्स भी किया है। जीतेन्द्र के अनुसार अगर कोई चाहे तो तालाब से लेकर सीमेंट के बने टब या मछलियों वाले टैंक में भी 5-10हजार रुपये… read-more
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