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फोटो: THE MIGRATION, HEALTH, AND DEVELOPMENT RESEARCH INITIATIVE

पेट्रोलियम प्लांट में काम करने वाले मजदूरों में कैंसर का खतरा ज्यादा

विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार जो मजदूर खुले समुद्र में बने पेट्रोलियम प्लांट पर काम करते हैं, उनमें फेफड़ों के कैंसर, मेसोथेलियोमा, त्वचा सम्बन्धी कैंसर और मल्टीपल मायलोमा का खतरा कहीं ज्यादा होता है। वहीं पेट, मलाशय और अग्न्याशय के कैंसर का खतरा कम हो जाता है। इस अध्ययन को  इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक… read-more

सोम, 03 मई 2021 - 11:25 AM / by अभिनव शुक्ला

Tags: Petroleum, Pollution, Cancer, Study, research

Courtesy: Down to Earth

vaccination

फ़ोटो: Official Microsoft Blog

कोरोना वैक्सीन लगवाने से अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 94% कम

फेडरल स्टडी (Federal Study) के दावे के अनुसार कोरोना से लड़ने के लिए दिए जाने वाले Pfizer-BioNTech और Moderna के टीके काफी असरदार है। जिन लोगों को बीमारी होने या मौत का खतरा अधिक होता है उनमें टीका लगवाने के बाद भर्ती होने की संभावना बेहद कम हो गई है। CDC के अनुसार जिनकी उम्र 65 या उससे अधिक है और उन्होंने टीकाकरण करवाया है उनमें भर्ती  होने की संभावना 94 फीसदी कम थी।

शनि, 01 मई 2021 - 03:12 PM / by अभिनव शुक्ला

Tags: Coronavirus Vaccines, Coronavirus, Study, research

Courtesy: NDTV

Art of eating

फ़ोटो: UjjwalPrabhat

खड़े होकर भोजन करना शरीर के लिए होता है नुकसानदेह: अध्ययन

द जर्नल ऑफ़ कंज्यूमर रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जो लोग भोजन करने के तुरंत बाद बैठ या लेट गए है उन्हें दूसरे लोग जो भोजन करने के तुरंत बाद बिना बैठे इधर-उधर चलते रहें उनके अपेक्षा भोजन को पचाने के लिए 22 मिनट ज्यादा लगा। अध्ययन के मुताबिक खड़े होकर भोजन करने से डाइजेस्ट होने में काफी समय लगता है, इसके साथ ही खाने की गति बढ़ सकती है जिससे अधिक कैलोरी का सेवन हो सकता है। इसलिए हमेशा सुखासन की मुद्रा में ही भोजन करना चाहिए। 

गुरु, 04 मार्च 2021 - 06:07 PM / by Shruti

Tags: Healthy eating, The art of eating, indian culture, Study, Journal of Consumer research

Courtesy: HEALTHSHOTS NEWS

Person Walking-Blue Jeans-Boots

फ़ोटो: Google

रोज़ाना चलने से बढ़ती है बौद्धिक क्षमता, रचनात्मकता में होती है वृद्धि

ऑस्ट्रिया के ग्राज़ विश्वविद्यालय में हुई एक स्टडी में यह पता चला है कि चलने से मनुष्य की रचात्मकता (Creativity) में वृद्धि होती है। एक्सपर्ट्स की एक टीम ने पांच दिनों तक 80 स्वस्थ व्यक्तियों को अलग-अलग रचात्मकता टास्कस की श्रंखला से गुज़ारा। सभी टेस्ट्स के बाद उन्होंने यह निष्कर्ष निकला की जो लोग दिन-प्रतिदिन जीवन में शारीरिक रूप से ज़्यादा सक्रिय थे, वे आलसी जीवनशैली वाले लोगो की तुलना में बेहतर विचारों के साथ आने में ज़्यादा सक्षम थे तथा… read-more

शनि, 13 फ़रवरी 2021 - 05:02 PM / by राघवेन्द्र गुर्जर

Tags: Creativity, Study, research, Walking

Courtesy: Times Of India