गैलापागोस का विशालकाय कछुआ

फोटो: Wikipedia

विलुप्त माना जा रहा गैलापागोस का विशालकाय कछुआ अभी भी अस्तित्व में

गैलापागोस कन्ज़र्वेंसी के अनुसार 112 साल पहले विलुप्त घोषित गैलापागोस का विशालकाय कछुआ अभी भी अस्तित्व में है। इक्वेडोर ने इस बात की पुष्टि की है। गैलापागोस नेशनल पार्क और गैलापागोस कंजरवेंसी के एक संयुक्त अभियान में इस मादा कछुए को ढूंढा गया था। इससे पहले कछुओं की इस विशाल प्रजाति के जीव को 1906 में मृत पाया गया था, येल विश्वविद्यालय के आनुवंशिकीविदों के अनुसार यह दोनों ही कछुए एक ही प्रजाति से सम्बन्ध रखते हैं।

शनि, 29 मई 2021 - 01:45 PM / by अभिनव शुक्ला

Tags: rare species, Turtle, tortoise, Extinct animals

Courtesy: Down To Earth

Plastic Pollution

फोटो: Globetrender

समुद्री कछुए महासागरों में प्रवेश करके प्लास्टिक के कचरे को बना रहे भोजन - शोध

बोलोग्ना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने इटली के रिकसिओन में फोंडाजिओन सेतासिया के अस्पताल में भर्ती 45 कछुओं के मल का विश्लेषण किया है। विश्लेषण के आधार पर उन्होंने कछुओं के मल में प्लास्टिक का कचरा पाया है। इस अध्ययन के मुताबिक प्लास्टिक का कचरा कछुओं की आंतों के माइक्रोबायोटा में होने वाले बदलावों के लिए जिम्मेदार हैं। इससे जहरीले रसायन भी अवशोषित हो सकते है जो उपकला (एपिथेलियल) के नुकसान का कारण बन सकता है। 

सोम, 01 मार्च 2021 - 05:41 PM / by Shruti

Tags: ocean pollution, Plastic Pollution, Turtle, Report

Courtesy: Down To Earth News

94 Thousand South American Turtles Brazil

फोटोः India TV News

ब्राज़ील की नदी के तट पर हुआ 94 हज़ार से ज़्यादा लुप्तप्राय टर्टल्स का जन्म

ब्राज़ील की पुरस नदी के किनारे लुप्तप्राय प्रजाति साउथ अमेरिकन टर्टल्स के 94 हज़ार से अधिक बच्चे पैदा हुए है। ये एक बेहद दुर्लभ घटना है जिसका वीडियो ब्राज़ील वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन सोसाइटी द्वारा साझा किया गया है। इस प्रजाति के मांस और अंडो के अवैध व्यापार के कारण यह प्रजाति विलुप्ति की कगार पर है। ब्राज़ील वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन सोसाइटी के मुताबिक इन बच्चो का जन्म संरक्षित इलाके में हुआ है जहाँ पर लोगो का आना जाना मना  है। वीडियो देखने हेतु यहाँ… read-more

बुध, 16 दिसम्बर 2020 - 03:54 PM / by राघवेन्द्र गुर्जर

Tags: Turtle, Brazil Wildlife Conservation Society, Endangered Species

Courtesy: DAINIKBHASKAR