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बेकार चीजों का इस्तेमाल करके बनाते हैं खूबसूरत फर्नीचर
वाराणसी के संदीप सरन काठ 'कागज’ नामक होम-स्टूडियो के द्वारा बेकार पड़ी लकड़ियों का इस्तेमाल करके अपने ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार फर्नीचर बनाते हैं। संदीप सरल ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद लकड़ी, मेटल और मटेरियल से कई चीजे बनाना सीखा। उन्होंने बताया, “मैंने कुछ बेसिक टूल्स बनाना सीखा, जिनमें बिजली की जरुरत नहीं पड़ती थी। इन टूल्स की मदद से फाइलर और फिटिंग का काम आसानी से हो जाता है"।
Tags: furniture, Recycle, Productivity, Unique
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राजस्थान के सिविल इंजीनियर आशीष ने बिना सीमेंट के बनाया इको-फ्रेंडली घर
राजस्थान डूंगरपुर में रहनेवाले सिविल इंजीनियर आशीष पंडा का घर इको-फ्रेंडली तरीके से बना हुआ है। कॉलेज के शुरुआती दिनों से ही आशीष का सामाजिक विषयों और प्राकृतिक संसाधनों की ओर काफी झुकाव था। इसलिए उन्होंने अपने घर का निर्माण पर्यावरण के अनुकूल किया है, जिसमें नींव से लेकर बाहर-भीतर तक, सबकुछ पर्यावरण के अनुसार है। इस घर में बलवाड़ा के पत्थर, घूघरा के पत्थर, चूना इत्यादि लोकल सामग्रियों का इस्तेमाल हुआ है।
Tags: Natural house, eco friendly, Unique, Invention
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