म्यांमार में एक वर्ष बाद चुनाव का होगा आयोजन, पूरे साल लागू रहेगा आपातकाल
म्यांमार में सेना ने सत्ता पर अपना कब्ज़ा कर लिया है और अब नई सरकार के चयन के लिए चुनावों का आयोजन करने जा रही है। सेना ने कहा है की, ''अभी देश में एक साल के लिए आपातकाल की स्थिति लागू है, और इसे हटाए जाने के बाद चुनाव आयोजित कराए जाएंगे।'' म्यांमार में चुनाव हो जाने के बाद चुनी गई नई सरकार को सेना सत्ता का हस्तांतरण करेगी। बता दें की सेना ने स्टेट काउंसलर, राष्ट्रपति विन मिंट और अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
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म्यांमार में सैन्य तख्तापलट, सेना ने चुने हुए सरकार को हटाकर देश मे लागू किया आपातकाल
म्यांमार की सेना ने देश में एक वर्ष की आपातकाल का घोषणा करते हुए वहाँ की सर्वोच्च नेता आंग सान सू ची समेत कई नेताओं को गिरफ़्तार करने के बाद सत्ता अपने हाथ में ले लिया है। म्यामांर में इससे पहले भी वर्ष 1962 से 2011 तक सैन्य शासन रहा है। वर्ष 2010 में म्यांमार में आम चुनाव हुए थे जिसके बाद 2011 में म्यांमार के नागरिकों द्वारा चुने हुए सरकार का गठन किया गया था। भारत सरकार ने म्यांमार में हुए इस तख्तापलट पर चिंता जताया है।
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म्यांमार: बरक़रार रहेगी "आंग सान सू की" की सत्ता
म्यांमार में नवंबर 13 को संपन्न हुए आम चुनावों में आंग सान सू की की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) ने सत्ता हासिल करने के लिए पर्याप्त वोटों से अधिक वोट हासिल कर लिए हैं। सेना द्वारा समर्थित मुख्य विपक्षी दल यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी (यूएसडीपी) को 25 व अल्पसंख्यक समुदाय शान का प्रतिनिधित्व करने वाले 'शान नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी' को 15 सीटों पर जीत मिली हैं। यूएसडीपी द्वारा धोखाधड़ी के आरोपों को चुनाव आयोग द्वारा नकार दिया गया… read-more
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म्यांमार चुनाव में इस बार हो सकती है आंग सान सू की वापसी
म्यांमार में आसन्न चुनावो में आंग सान सू के नेतृत्व वाली नेशनल लीग ऑफ डेमोक्रेसी के सत्ता में बने रहने के आसार हैं। आंग सान सू को 2015 चुनावो में भारी बहुतमत मिला था। 2017 में देश में रोहिग्या क्षेत्र में सेना ने आपरेशन चलाए थे। इसबार के चुनावों में रोहिग्या को नागरिक न मानते हुए चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया हैं। म्यांमार में लम्बे समय तक सैन्य शासन रहा हैं जिसके खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़ने के लिए आंग सान सू नोबल… read-more
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