बिहार- फ़र्ज़ी शिक्षकों की नौकरी पर लटक रही है हाईकोर्ट की तलवार
बिहार में HC के सख्त कदम उठाने के पश्चात बिहार एजुकेशन बोर्ड द्वारा 1,10,410 नियोजित टीचर्स के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक सर्टिफिकेट की जांच की जाएगी। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के डीईओ और डीपीओ को एक पत्र में लिखा है कि, “ऐसे टीचर्स की शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक सर्टिफिकेट के फोल्डर को दिसंबर 23 तक निगरानी दल के पास जमा कराया जाए, जिससे इसकी जांच की जा सके।” हैरानी की बात यह है कि बिहार राज्य में टीचर की नौकरी करने वाले 1,10,410 लोगों के सर्टिफिकेट फोल्डर नदारद है।