एमपी में रामायण विज्ञान पर आधारित विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं को जानने के लिए शुरू हुआ डिप्लोमा कोर्स
मध्य प्रदेश के भोज विश्वविद्यालय में रामायण विज्ञान पर आधारित विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं को जानने के लिए एक साल का डिप्लोमा कोर्स शुरू किया गया है। इससे पहले भी दो अन्य विश्वविद्यालय इससे मिलता-जुलता पाठ्यक्रम शुरू कर चुकें है। इस पाठ्यक्रम के तहत छात्रों को रामचरितमानस की चौपाइयों को पढ़ाया जाएगा, जिससे उन्हें पुरातन विज्ञान से परिचित होने का अवसर प्रदान होगा। इस मुक्त विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गयी है सिर्फ 12वीं पास होने की जरूरत है।