उत्तरप्रदेश के जितेंद्र चौधरी "रिसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम" से घर में ऊगा रहें हैं मोती
गाजियाबाद के मुरादनगर के रहने वाले जितेंद्र चौधरी 2009 से अपने घर में ही व्यावसायिक स्तर पर ‘रिसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम’ (RAS) के जरिये 20 हजार रुपये के निवेश के साथ मोती पालन कर रहें हैं। जीतेन्द्र ने इसे अच्छी तरह समझने के लिए ऑनलाइन शोध के साथ ओडिशा के ‘सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर’ (CIFA) से कोर्स भी किया है। जीतेन्द्र के अनुसार अगर कोई चाहे तो तालाब से लेकर सीमेंट के बने टब या मछलियों वाले टैंक में भी 5-10हजार रुपये के बीच में मोती पालन शुरू कर सकता है।