मई के पहले मंगलवार को मनाया जाता है विश्व अस्थमा दिवस, लोगों को किया जाता है जागरूक
विश्व अस्थमा दिवस को हर वर्ष मई के पहले मंगलवार को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सांस या फेफड़ों की बीमारी अस्थमा के बारे में जागरूकता फैलाना है। अस्थमा वायुमार्ग में सूजन की बीमारी है। इसकी वजह से सांस की नली में सूजन हो जाती है जिसकी वजह से फेफड़ों से हवा को बाहर लाना मुश्किल हो जाता है। खांसी, घरघराहट और सीने में जकड़न महसूस होना अस्थमा के दौरे के लक्षण हैं।
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होली खेलने से पहले अस्थमा के मरीज बरतें सावधानी
होली के दिन रंगों में मौजूद हानिकारक तत्वों से अस्थमा मरीजों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। रंग खेलते समय अस्थमा के मरीजों को सावधान रहने की जरूरत होती है। होली पर अस्थमा मरीजों को सूखे रंग से दूर रहना चाहिए, आर्टिफिशियल रंगों के बजाय नेचुरल कलर्स का उपयोग करें, होली खेलते समय इनहेलर पास रखना चाहिए। होली के रंग से अस्थमा पीड़ित बच्चों का ख़ास ध्यान रखें। सांस की समस्या से बचने के लिए संतुलित आहार जैसे फोर्टिफाइड दूध, संतरे का रस और अंडे… read-more
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