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यूपीआई से होने वाले लेन-देन की संख्या और उसका मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में हुआ दोगुना
यूपीआई ने देश में कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा दिया और डिजिटल लेनदेन आसान बना दिया। Worldline की 'इंडिया डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट' के अनुसार, जनवरी-मार्च 2022 के दौरान 10.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट माध्यमों के जरिए किया गया।इसमें UPI के जरिए 936 करोड़ लेन-देन किए गए। पिछले वर्ष की तुलना में UPI से होने वाले लेन-देन की संख्या और उसका मूल्य लगभग दोगुना हो गया है।