कच्ची नींद भी है फेफड़ों के मरीजों के लिए खतरनाक : रिसर्च
फेंफड़ों के मरीजों के लिए धूम्रपान से अधिक घातक कच्ची नींद होती है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी-सैन फ्रांसिस्को के रिसर्चर्स ने रिसर्च में पता लगाया कि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज मरीजों में कच्ची नींद के कारण तकलीफ 95% तक बढ़ सकती है। नींद की कमी के कारण फेंफड़े अधिक खराब हो सकते हैं। कई मामलों में ये मृत्यु भी करा सकती है। इस रिसर्च में 1,647 मरीजों को शामिल किया गया था।