भारत के चार स्थलों को रामसर सूची में किया गया शामिल
गुजरात के थोल झील वन्यजीव अभयारण्य, वाधवाना मरुभूमि, हरियाणा के सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान और भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य को रामसर सूची में शामिल किया गया है। इसके साथ ही भारत में रामसर स्थलों की संख्या 46 हो गई है। जिसमें लोनार उल्का झील ( महाराष्ट्र), सूर सरोवर(उत्तर प्रदेश), कबरताल वेटलैंड (बिहार) और आसन कंजर्वेशन रिजर्व (उत्तराखंड) और त्सो कर आर्द्रभूमि ( लद्दाख) समेत कुल मिलाकर 46 स्थल शामिल हैं। रामसर कन्वेंशन 2 फरवरी, 1971 में ईरान के शहर रामसर से अस्तित्व में आया। यह अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमियों के संरक्षण के उद्देश्य से विश्व के देशों के बीच पहली संधि है। आर्द्रभूमियांँ पानी में स्थित मौसमी या स्थायी पारिस्थितिक तंत्र हैं। इनमें मैंग्रोव, दलदल, नदियां, झील, डेल्टा, बाढ़ के मैदान और बाढ़ के जंगल, चावल के खेत, प्रवाल भित्तियाँ, समुद्री क्षेत्र (6 मीटर से कम ऊँचे ज्वार वाले स्थान) के अलावा मानव निर्मित आर्द्रभूमि जैसे अपशिष्ट-जल उपचार तालाब और जलाशय आदि शामिल हैं। भारत एक फरवरी 1982 को इस कन्वेंशन में शामिल हुआ था।