Tokyo Olympics 2021

फोटो: Hindustan Times

तीरंदाजी में हुई भारत की खराब शुरुआत

ओलंपिक में भारत की खराब शुरुआत का असर आने वाले मैचों पर देखने को मिल रहा है। तीरंदाजी मेन्स इवेंट के रैंकिंग राउंड में भारत के खराब प्रदर्शन के कारण मिक्स्ड टीम इवेंट में भी भारत को नुकसान झेलना पड़ा। टीम ने 9वें स्थान पर क्वालीफाई किया है। मिक्स्ड इवेंट में भारत की ओर से आतनु दास और दीपिका कुमारी हिस्सा लेंगे। मेन्स इवेंट में आतनु दास, तरुणदीप रॉय और प्रवीन जाधव ने हिस्सा लिया।

शुक्र, 23 जुलाई 2021 - 08:01 PM / by रितिका

Tags: Tokyo Olympics, Archery, India

Courtesy: ABP News

Deepika Kumari

फोटो: TOI

दुनिया की नंबर एक तीरंदाज बनीं दीपिका कुमारी

भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी ने पेरिस में आयोजित तीरंदाजी विश्वकप में तीन गोल्ड मेडल जीत दुनिया की शीर्ष तीरंदाज का स्थान प्राप्त किया है। विश्व तीरंदाजी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दीपिका की इस उपलब्धि की जानकारी दी गई। सभी भारतीय और दीपिका के सभी प्रशंसक उनके इस कारनामे से बेहद खुश हैं। दीपिका का अगला लक्ष्य जुलाई 23 से शुरू हो रहे टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने का होगा। टोक्यो ओलंपिक के लिए दीपिका भी बहुत उसाहित हैं।  

सोम, 28 जून 2021 - 04:50 PM / by अमन शुक्ला

Tags: Deepika Kumari, Archery, Tokyo Olympics, sports

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Archer Arjun

फोटो: Amar Ujala

तीरंदाजी: महज सात साल की उम्र में गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराया अपना नाम

वाराणसी के रहने वाले सात साल के अर्जुन ने तीरंदाजी में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। अर्जुन ने 18 मीटर की दूरी पर रखे 40 सेंटीमीटर के लक्ष्य को महज 48.63 सेकंड में 10 बार अपने तीरों से भेदकर इतिहास रच दिया और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया। अर्जुन ने 2019 में इंडोर यूथ आर्चरी वर्ल्ड कप अंडर 12 में भारत को सिल्वर और मलेशिया में दिसम्बर 2019 के इंटरनेशनल टूर्नामेंट में कांस्य  पदक दिलवाया था।

रवि, 13 जून 2021 - 05:20 PM / by अमन शुक्ला

Tags: Guinness Book of World Records, Archery, World, sports

Courtesy: Abp Live

UP Coach

फोटो: INDIA TODAY

यूपी में मेडल लाने वाले चाय-समोसा बेचकर कर रहे गुजारा

उत्तर प्रदेश जहाँ प्रदेश, देश औऱ विदेश तक में अपने खेल से सम्मान दिलाने वाले खिलाड़ी अब समोसा बेचने और चाय बेचने के लिए मजबूर हो चुके हैं। प्रदेश का नाम तीरअंदाजी में रोशन करने वाले 44 साल के कोच महेंद्र प्रताप सिंह अब समोसा बेचकर घर का खर्चा चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती हो जाती तो रिजनल स्पोर्टस अधिकारी होते। यूपी ऐसे कई मेडलिस्ट हैं अब समोसा बेचने कारपेंटर का काम और चाय बेचने को मजबूर हैं।

गुरु, 27 मई 2021 - 10:22 AM / by अंज़र हाशमी

Tags: Unemployment, Olympics, Archery, Coach

Courtesy: Aaj Tak