कोल इंडिया ने दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बच्ची के इलाज के लिए दिए 16 करोड़
कोल इंडिया ने अपने खदान कर्मी की बेटी के इलाज के लिए 16 करोड़ की राशि आवंटित की है। बच्ची स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप वन नाम की दुर्लभ बीमारी से ग्रसित हैं। इसके लिए अमेरिका से आयातित इंजेक्शन 'जॉलगेसमा', जिसकी कीमत 16 करोड़ है लगाना होगा। यह एक अनुवांशिक बीमारी है, जो नसों और मांसपेशियों को प्रभावित करती है। इसमें मांसपेशियां कमजोर हो जाती है। बच्ची के पिता छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला अंतर्गत एसईसीएल के दीपका खदान में कार्यरत हैं।
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आंध्रप्रदेश की डॉ. नूरी परवीन मात्र 10 रुपये की फीस में करती है इलाज
आंध्रप्रदेश के कडप्पा जिले की 28 वर्षीया डॉ. नूरी परवीन ने आस-पास के जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए मात्र 10 रुपये की फीस लेकर मरीज़ों का इलाज कर रही हैं। इस क्लिनिक में तीन बेड और अन्य कुछ जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध है वहीं पुरे दिन मरीज़ को रखने पर मात्र 50 रुपए फीस ली जाती है। इसके अलावा डॉ. नूरी ‘नूर चैरिटेबल ट्रस्ट’ के जरिये जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के जरूरी चीज़ों का ख्याल भी रखती हैं।
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