जल प्रबंधन की पारंपरिक प्रणालियां जलवायु परिवर्तन से निपटने में है कारगर
जलवायु परिवर्तन से निपटने में टैंक, कुओं और तालाबों जैसे पारंपरिक जल-प्रबंधन प्रणालियों को कारगर माना गया है। मानव जाति कि वृद्धि और बढ़ती जरूरतों की वजह से सतह और भूमिगत जल के तेजी से गायब होने को रोकने के लिए सरकारों द्वारा पुनर्जीवित और रक्षा करने के लिए पैसे भी आवंटित किये गए है। इसके अलावा इन प्रणालियों की रक्षा हेतु कई सहायता समूह और लॉबी भी काम कर रहे हैं। पारंपरिक प्रणालियों में पानी के भंडारण को पुनः स्थापित करके जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने में मददगार है।