सामना में रूस की घटना के परिपेक्ष्य में लिखा गया लेख, कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर उठाए सवाल
शिवसेना के मुखपत्र सामना में जनवरी 26 के दिन लाल किले हुई हिंसा को लेकर संपादकीय लिखा गया जिसमें कृषि कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन को रूस में हुए प्रदर्शन से जोड़ा गया है। कृषि कानूनों को लेकर सरकार को पीछे हटने की हिदायत देते हुए सामना में लिखा गया, "अगर सरकार नहीं चेती तो रूस की तरह भारत में भी लोग सड़कों पर उतर जाएंगे"। बता दें कि रूस में विपक्षी पार्टी के प्रमुख की गिरफ्तारी के खिलाफ़ लोग सड़क पर उतर आए थे व बड़ी हिंसा भड़क गई थी।