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छात्रों को अनुशासनहीनता के लिए डांटना आत्महत्या के लिए उकसाने के समान नहीं: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर पांच को छात्रों के अनुशासनहीनता के लिए डांटने को आत्महत्या के लिए उकसाने के समान मानने से इनकार कर दिया है। दरअसल, कोर्ट ने यह टिप्पणी कक्षा नौ के छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में शिक्षक पर दर्ज प्राथमिकता को निरस्त करते हुए की है। छात्र ने वर्ष 2018 अप्रैल 26 को आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद आरोप में एक पीटी शिक्षक के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।