केरल की ‘दिव्या’ पेपर बैग बना, कर रहीं पर्यावरण-संरक्षण के साथ महिलाओं का भी उत्थान
कोचीन की दिव्या तोमस ने साल 2008 में 5 महिलाओं के साथ मिल के पुराने अखबारों से बैग बना कर ‘पेपरट्रेल इंडिया’ की शुरुआत की थी। दिव्या आज 75 महिलाओं के साथ काम कर रही हैं और 500 महिलाओं को पेपरबैग बनाने की ट्रेनिंग दे चुकी हैं जिससे पर्यावरण-संरक्षण के साथ महिलाओं का उत्थान भी हो रहा है। इन साधारण पेपरबैग के अलावा वह गिफ्ट पैकेजिंग बॉक्स, लैंटर्न्स, गिफ्ट कार्ड, बायोडिग्रेडेबल बैग इत्यादि इको-फ्रेंडली उत्पाद भी बना रही हैं। आज उनके उत्पाद भारत के अलावा, फ्रांस, दुबई और अमेरिका जैसे देशों में भी जा रहे हैं।