पंजाब के वैज्ञानिकों ने तैयार की गेहूं की काली, नीली और बैंगनी किस्में
पंजाब: मोहाली स्थित नैशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिक डॉ.मोनिका गर्ग ने गेहूं की तीन नई किस्में (काली, नीली और बैंगनी) बिना कोई रंग मिलाये विकसित की है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट की समान मात्रा अधिक होने से ये ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और शरीर में वसा के स्तर को कम करने में मददगार साबित होगी। मोनिका ने छह साल के लम्बे शोध के बाद क्रॉस-ब्रीडिंग के जरिए पौधों के अनुवांशिक गुणों में बदलाव कर इसे उपजाया है। विभिन्न ब्रांड नामों के तहत बैंगनी और काला गेहूं का आटा अमेज़न पर उपलब्ध है।