CS Satheesha

फोटो: The Hindu

आम के पेड़ पर बने कमरे में बैठकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाते हैं सीएस सतीश

ऑनलाइन क्लास में नेटवर्क समस्या से परेशान कर्नाटक के मुल्लूर गाँव के गवर्नमेंट लोअर प्राइमरी स्कूल में शिक्षक सीएस सतीश अब बच्चों को आम के पेड़ पर बने कमरे में बैठ कर पढ़ाते हैं। उन्होंने बांस और घास से आम के पेड़ पर लगभग 20 फुट की ऊंचाई पर एक कमरा बनाया है, और वहाँ बैठकर पढ़ाने से उन्हे नेटवर्क की समस्या से छुटकारा मिल गया। अपने कमरे को बारिश से बचाने के लिए उन्होंने तिरपाल की दोहरी परत भी डाल रखी है।  

मंगल, 29 जून 2021 - 04:45 PM / by अमन शुक्ला

Tags: Karnataka, Online education, Inspiration, Respect for Teachers

Courtesy: abplive

Doctor treating patient in 10 rupees

फोटो: The Siasat Daily

आंध्रप्रदेश की डॉ. नूरी परवीन मात्र 10 रुपये की फीस में करती है इलाज

आंध्रप्रदेश के कडप्पा जिले की 28 वर्षीया डॉ. नूरी परवीन ने आस-पास के जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए मात्र 10 रुपये की फीस लेकर मरीज़ों का इलाज कर रही हैं। इस क्लिनिक में तीन बेड और अन्य कुछ जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध है वहीं पुरे दिन मरीज़ को रखने पर मात्र  50 रुपए फीस ली जाती है। इसके अलावा डॉ. नूरी ‘नूर चैरिटेबल ट्रस्ट’ के जरिये जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के जरूरी चीज़ों का ख्याल भी रखती हैं।

बुध, 21 अप्रैल 2021 - 10:02 AM / by Shruti

Tags: Andhra Pradesh, Dr. Noori Praveen, humanity, Inspiration

Inspiration Story

फोटो: Global Giving

हर दिन लगभग 75 बेसहारा जानवरों को खाना खिलाती हैं लुधियाना की रूह चौधरी

लुधियाना की पर्यावरण के प्रति बेहद ही सजग और इको-फ्रेंडली तरीकों से अपना जीवन जीने वाली 42 वर्षीय रूह चौधरी हर दिन लगभग 75 बेसहारा जानवरों को खाना खिलाती हैं। इसके अलावा इन्होने लॉकडाउन के दौरान भी हर रोज लगभग 500 बेसहारा कुत्तों को खाना खिलाया है। इन जानवरों के प्रति फंडिंग कम पड़ने पर वीकेंड पर बतौर ‘होम शेफ’ काम शुरू किया है, जिसके आर्डर से जो भी पैसे आते हैं उनसे यह बेसहारा जानवरों के खाने और इलाज आदि की व्यवस्था करती हैं। 

शनि, 10 अप्रैल 2021 - 08:04 PM / by Shruti

Tags: Ludhiyana, Street animals, sustainable lifestyle, eco friendly, Inspiration

Free medical and education for tribal community

फोटो: The Logical Indian

मुफ्त चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करा निभा रहे आईपीएस के साथ डॉक्टर का फ़र्ज़

तेलंगाना के मुलुगु और जयशंकर भूपलपल्ली जिला में बतौर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस नियुक्त आईपीएस संग्राम सिंह पाटिल और उनकी टीम ने इलाके के 5000 आदिवासी परिवारों के लिए जमीनी स्तर पर जा कर नियमित रूप से मुफ्त मेडिकल कैंप लगाने का अभियान शुरू की है। जिससे उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। 2015 बैच के आईपीएस ऑफिसर, 36 वर्षीय संग्राम सिंह पाटिल एक डॉक्टर भी हैं। जो अपने कई पहल की वजह से लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के अलावा युवाओं… read-more

रवि, 04 अप्रैल 2021 - 05:10 PM / by Shruti

Tags: Telangana, IPS officer, Rural Development, medicine, Inspiration

'पांडेय जी' के सब्जी बेचने के अनोखे तरीके का वीडियो सोशल मीडिया पर मचा रहा धमाल

झारखंड के धनबाद में इन दिनों रितेश पांडेय जी का एक वीडियो लोगों को खूब पसंद आ रहा है। रितेश पांडेय नाम का यह व्यक्ति माथे में पगड़ी, आँखों में चश्मा और हाथों में घड़ी पहनकर सलमान खान के चुलबुल पांडेय वाले अंदाज में ठेले में साउंड के साथ डांस कर लोगों के बीच सब्जी बेचते है और लोगों का मनोरंजन करते हैं। इनके सब्जी बेचने का तरीका इतना अनोखा है कि लोग इनकी सब्जियाँ खूब खरीदते हैं और इनके आने का इंतज़ार करते हैं। 

रवि, 21 मार्च 2021 - 08:30 PM / by अंजलि कुशवाहा

Tags: Jharkhand, vegetable seller, Inspiration, dancer, Lifestyle, Entertainment

Courtesy: Aajtak News

Biogas Plant

फोटो:ClimateColab

77 वर्षीया विमल दिघे ने पर्यावरण संरक्षण में योगदान देते हुए घर में लगवाई बायोगैस की यूनिट

पुणे की 77 वर्षीया विमल दिघे पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देते हुए 20 सालों से खाना पकाने के लिए बायोगैस का इस्तेमाल कर रहीं हैं। साल 2005 में अपने घर में बायोगैस यूनिट लगवाकर पूरे साल खरीदे जाने वाले एलपीजी सिलिंडरों की संख्या में कमी कर इस पर होने वाले खर्च को आधा कर लिया है। बायोगैस के सेटअप में दो पानी के टैंक होते है जिसमें नीचे की टैंक 1000 लीटर की क्षमता वाली होती है जिसे ‘स्लरी टैंक' बोलते है। इनमें बायोगैस एकत्र होकर पाइप के… read-more

बुध, 03 मार्च 2021 - 08:01 PM / by Shruti

Tags: biogas tank, environment, Inspiration, Pune

Women Canteen

फोटो: Holidify

मुंबई की "ऑल-वीमेन कैंटीन" बना रही है महिलाओं को सशक्त

मुंबई में साल 1991 में एक ट्रस्ट के रूप में रजिस्ट्रर्ड श्रमिक महिला विकास संघ "ऑल-वीमेन कैंटीन" चला कर 300 से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को सशक्त बनाने का माध्यम बना है। इससे महिलाओं को अपनी पाक कला का इस्तेमाल कर आजीविका चलाने में मदद मिल रही है। 80 के दशक में शुरु हुई इस संस्था में महिलाएं सिर्फ पापड़ बनाने का कार्य करती थी। इस 3 करोड़ के कारोबार में अभी तक जुड़ी लगभग 175 महिलाओं को सम्मानित जीवन जीने को मिल रहा है। 

मंगल, 02 मार्च 2021 - 08:01 PM / by Shruti

Tags: All women Canteen, Mumbai, Women Empowerment, Inspiration