बिहार: 1985 से ग़रीबों को भोजन देने के साथ लगातार कर रहें लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार
पटना निवासी विजय कुमार 36 साल से लावारिस शवों के मसीहा बने हुए हैं। वर्ष 1985 से लगातार वह लावारिस शवों के वारिस बनकर उनका अंतिम संस्कार करतें आ रहे हैं। विजय का कहना है कि अब तक कितने लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया न इसकी गिनती की, न ही कही लिखित रखता हूँ। इसके साथ ही वह 15 सालों से लगातार गाँधी मैदान में गरीब लोगों को मात्र 15 रुपए में भरपेट खाने की व्यवस्था भी किये हुए हैं जिसमें हर रोज एक हज़ार लोगों को खाना खिलाया जाता है।