कार्बन उत्सर्जन को शून्य स्तर पर लाने के लिए कार्य कर रहे हैं गुजरात, बिहार और लद्दाख
बिहार,गुजरात एवं लद्दाख कार्बन उत्सर्जन को शून्य स्तर तक लाने हेतु कार्य कर रहे हैं। इसके लिए अक्षय ऊर्जा क्षमता को विकसित किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके तहत गुजरात में 2030 तक कोयले द्वारा बिजली के उत्पादन को 43% से घटाकर 16% तक ले जाया जाएगा। बिहार भी 2040 तक कार्बन निरपेक्ष बनने की योजना पर कार्य कर रहा है, जबकि लद्दाख में शौर्य एवं पवन ऊर्जा से 10 गीगा वट बिजली तैयार की जाएगी।