कॉलेज के छात्र छात्राओं ने उठाया गाँव के बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा
महाराष्ट्र के पालघर जिले के जौहर इलाके में कॉलेज के छात्र और छात्राओं ने एक आदिवासी गांव तरालपाड़ा में करीबन 30 स्कूली बच्चों को पढ़ाने की पहल शुरू की है। बच्चों को पढ़ाने वाले तारलपाड़ा के निवासी परशुराम भोरे का कहना है कि लॉकडाउन के कारण ज्यादातर बच्चे बस खेलते थे, इसलिए वो पिछले चार पांच माह में सब कुछ भूल गए है। भोरे अपने मित्रों के साथ बच्चों को मराठी ,अंग्रेजी और गणित पढ़ाते है। बता दें जौहर इलाके में में 90% लोग को आदिवासी है।