प्रयागराज में सितंबर 20 से शुरू होगा पिंडदान
भारत में पितृ पक्ष सितंबर 21 और पूर्णिमा तिथि पर दिवंगत हुए लोगों का श्राद्ध सितंबर 20 से आरंभ किया जाएगा। देवरहा बाबा आश्रम के स्वामी रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री का कहना है कि पिंडदान की परंपरा केवल प्रयाग, काशी और गया में ही होती है। प्रयाग में 12 माधव होते हैं जिसके कारण यहां पिंडदान का अधिक महत्व माना जाता है। पितरों के श्राद्ध कर्म की शुरुआत यहां मुंडन संस्कार से आरंभ होती है।