संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के लिए महिलाएं बना रहीं हैं गोबर के 'बड़कुल्ले'
आधुनिक दौर में हर कोई भागदौड़ वाली जिंदगी में व्यस्त हैं और अपना समय पुरानी परम्पराओ को नहीं देता हैं। लेकिन हमारी संस्कृति और परंपराए जीवित रखने के लिए झुंझुनूं की नंदीशाला की महिलाओं ने मिलकर बड़कुल्ले आदि तैयार किये हैं। महिलाओं ने बड़कुल्ले के साथ होलिका माता और होलिका दहन के लिए काम आने वाली सभी चीजे बनायी है। महिलाओं की अनूठी पहल देखकर अन्य महिलाएं भी प्रोत्साहित हो रही है और इस पुरानी संस्कृति को जीवित रखने के कार्य में सहयोग दे रही है।