तिहाड़ के जेल नंबर सात में है आतंकी यासीन मलिक, न मिलेगी पैरोल न मिलेगा फरलो
देश से जम्मू कश्मीर को अलग रखने की चाहत करने वाला कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक की बची जिंदगी अब अकेले ही तिहाड़ जेल की कोठरी में कटेगी। सुरक्षा के लिहाज से मलिक को जेल में कोई काम नहीं दिया गया है। उसे जेल नंबर सात में रखा गया है और समय-समय पर उसकी निगरानी की जा रही है। मलिक किसी पैरोल या फरलो का हकदार नहीं होगा क्योंकि वह आतंकी फंडिंग के मामले में दोषी है।