जानिये लोहड़ी के अवसर पर आग में क्यों डाली जाती है मूंगफली और तिल
लोहड़ी का त्योहार हर साल बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, जो इस वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फीका पड़ सकता है। जनवरी 13 को मनाए जाने वाले लोहड़ी पर्व के दौरान खुली जगह पर आग जलाई जाती है, जिसके बाद अग्नि की परिक्रमा करते हुए उसमें तिल, मूंगफली, गजक आदि डाला जाता है। रबी की फसल के तौर पर सूर्य देव और अग्नि देव का आभार व्यक्त करते हुए ये फसलें अर्पित की जाती है। दरअसल फसल अच्छी होने में सूर्य देव की अहम भूमिका होती है। वहीं इस दौरान ये प्रार्थना भी की जाती है कि आने वाले समय में भी भगवान फसलों पर अपनी कृपा बनाए रखें। परिवार में आने वाले नए सदस्य और आने वाली फसलों के स्वागत के लिए भी यह त्योहार को मनाया जाता है। इस त्योहार को लेकर कई तरह की पारंपरिक कथाएं और मान्यताएं भी जुड़ी हुई है, जिसका लोग सैंकड़ों वर्षों से पालन करते आ रहे है।