जंगल के राजा शेर को समर्पित होता है 'विश्व शेर दिवस'
पूरी दुनिया में अगस्त 10 को 'विश्व शेर दिवस' के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1972 से पहले शेर ही भारत का राष्ट्रीय पशु था लेकिन इसके बाद बाघ को राष्ट्रीय पशु की उपाधि दे दी गई। भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ में भी शेर बना हुआ होता है। शेर के अदम्य साहस और शौर्य के कारण ही इसे जंगल का राजा कहा जाता है। दुनिया में मुख्यतः एशियाई और अफ्रीकी दो प्रजातियों के शेर पाए जाते हैं, जिनमें गुजरात के गिर जंगल में सबसे ज्यादा एशियाई शेर पाए जाते हैं। एशियाई शेर अफ्रीकी शेरों की तुलना में थोड़े छोटे लेकिन अत्यधिक फुर्तीले होते हैं। अफ्रीकी शेर मुख्यतः अफ्रीका के जंगलों में पाए जाते हैं। शेर ज्यादा घने जंगलों में रहने के बजाए ज्यादा झाड़ियों और लंबी घास वाले चट्टानी इलाकों में रहना पसंद करते हैं। आमतौर पर शेर के बजाए शेरनी शिकार करना ज्यादा पसंद करती हैं, जबकि शेर का काम अपनी सीमा और परिवार की सुरक्षा करना होता है। दुनिया भर में शेरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनका संरक्षण करने के लिए विश्व शेर दिवस मनाया जाता है।